000 00466nam a22001337a 4500
003 SGT
020 _a978126715039
082 _a891.4309
_bA08J
100 _aजाखोटिया, गिरीश पी.
245 _aआप ही बनिये कृष्ण : अपनी सम्पूर्ण क्षमताओं को पहचानिये
260 _bराजकमल प्रकाशन
_c2008
300 _a170
942 _2ddc
_cBK
999 _c30418
_d30418